Khuda

ख़ुदा, लुका है चाँद जाने कहाँ! जाने ना
ख़ुदा, मैं छान मारा सारा जहाँ, तू बता

लुका-छुपी खेले, आँख मूँदे पानी बुलबुलों से
गिरे-गिरे बूँद टिमटिमाती के बादलों से
लुका-छुपी खेले, आँख मूँदे पानी बुलबुलों से
गिरे-गिरे बूँद टिमटिमाती के बादलों से

तेरे धुँध ने निशाँ को देखा है हवा में
आँखों को ना मेरी यक़ीं हुआ
तेरी गीली-गीली सी हँसी है इन फ़िज़ा में
होंठों पे जैसे है कोई दुआ

झूला-झूले नीला ये आसमाँ
उठे-उठे पानी से धुआँ
झूला-झूले नीला ये आसमाँ
उठे-उठे पानी से धुआँ

लुका-छुपी खेले, आँख मूँदे पानी बुलबुलों से
गिरे-गिरे बूँद टिमटिमाती के बादलों से
लुका-छुपी खेले, आँख मूँदे पानी बुलबुलों से
गिरे-गिरे बूँद टिमटिमाती के बादलों से

ख़ुदा, लुका है चाँद जाने कहाँ! जाने ना
ख़ुदा, मैं छान मारा सारा जहाँ, तू बता



Credits
Writer(s): Shabbir Ahmed, Sandeep Chowta
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