Rukmani Rukmani

रुक्मणी रुक्मणी,
शादी के बाद क्या क्या हुआ
कौन हरा कौन जीता,
खिड़की मे से देखो ज़रा

रुक्मणी रुक्मणी,
शादी के बाद क्या क्या हुआ
कौन हरा कौन जीता,
खिड़की मे से देखो ज़रा
बाहो मे है बाहे डाले,
मीठी बाते होने लगी
खटिया भी धीरे धीरे,
खट खट होने लगी
आगे पीछे हुआ तो,
छट पट होने लगी
रुक्मणी रुक्मणी,
शादी के बाद क्या क्या हुआ
कौन हरा कौन जीता,
खिड़की मे से देखो ज़रा

चाची तुझे बाहो मे,
डाला होगा चाचा ने
मामी तुझे प्यार से,
छेड़ा होगा मामा ने
छोटी सी दुल्हनिया ने,
पिया को सताया होगा
हाथ जोड़ बलमा ने,
गोरी को मनाया होगा
पिया ने गोद मे,
फिर बिठाया प्यार से
एक बार दिल से,
फिर लगाया प्यार से
रुक्मणी रुक्मणी,
शादी के बाद क्या क्या हुआ
कौन हरा कौन जीता,
खिड़की मे से देखो ज़रा

उंगली से छुआ होगा,
काँप गयी गोरी तब
कामदेव मस्त हो के,
नाचने लगे थे तब
अंग अंग खिल गया,
बिजली कड़क गयी
बिंदिया चमक गयी,
चूड़िया खनक गयी
मिले दो बदन तो,
ये जवानी खिल गयी
ज़मी आसमान की,
हर खुशी तब मिल गयी

रुक्मणी रुक्मणी,
शादी के बाद क्या क्या हुआ
कौन हरा कौन जीता,
खिड़की मे से देखो ज़रा
बाहो मे है बाहे डाले,
मीठी बाते होने लगी
खटिया भी धीरे धीरे,
खट खट होने लगी
आगे पीछे हुआ तो,
छट पट होने लगी



Credits
Writer(s): Rahman A. R., P.k. Mishra
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link