Khuda Kere Ke Mohabbat Mein

ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
किसी का नाम लूँ, लब पे तुम्हारा नाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे...

कुछ इस तरह से जिए, ज़िंदगी बसर ना हुई
कुछ इस तरह से जिए, ज़िंदगी बसर ना हुई
तुम्हारे बाद किसी रात की सहर ना हुई

सहर नज़र से मिले, ज़ुल्फ़ ले के शाम आए
किसी का नाम लूँ, लब पे तुम्हारा नाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे...

ख़ुद अपने घर में वो मेहमान बन के आए हैं
ख़ुद अपने घर में वो मेहमान बन के आए हैं
सितम तो देखिए, अनजान बन के आए हैं

हमारे दिल की तड़प आज कुछ तो काम आए
किसी का नाम लूँ, लब पे तुम्हारा नाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे...

वही है साज़, वही गीत है, वही मंज़र
वही है साज़, वही गीत है, वही मंज़र
हर एक चीज़ वही है, नहीं हो तुम वो मगर

उसी तरह से निगाहें उठें, सलाम आए
किसी का नाम लूँ, लब पे तुम्हारा नाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए



Credits
Writer(s): Naushad, Tassilo Ippenberger
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