Jashn Hai Jeet Ka

सुन ले ख़ुदा ग़ौर से ज़रा
आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा
नींद तोड़ के ख़्वाब उड़ गए
आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा
(आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा)

बादल भीच के होंठ तर किए
आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा
(आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा)

हो, मैं तो अकेले चल दिया हाथों में लेके पतवार
माझी पे मुझको नहीं था थोड़ा सा भी ऐतबार

जश्न है जीत का, जीत का, जीत का
जश्न है जीत का, जीत का, जीत का

नींद तोड़ के ख़्वाब उड़ गए
आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा
(आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा) आसमाँ

बादल भीच के होंठ तर किए
आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा
(आसमाँ मेरा, अब आसमाँ मेरा)

हो, मैं तो अकेले चल दिया हाथों में लेके पतवार
माझी पे मुझको नहीं था थोड़ा सा भी ऐतबार

जश्न है जीत का, जीत का, जीत का
जश्न है जीत का, जीत का, जीत का

छाले कई तलवों में चुभे, भाले कई
जलती हुई कहीं थी ज़मीं हो
टाले कई दर्द या फिर सँभाले कई
हौसलों में नहीं थी कमी

हम अभी अड़ गए, आँधियों से लड़ गए
मैंने धकेल के अँधेरे, छीन के ले ली रोशनी
मेरे हिस्से के थे सवेरे, मेरे हिस्से की ज़िंदगी

जश्न है जीत का, जीत का, जीत का
जश्न है जीत का, जीत का, जीत का



Credits
Writer(s): Prasoon Joshi
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