Dhak Dhak

इश्क़ में क्या है? ज़रा देख तो रुक के
इश्क़ में क्या है? ज़रा देख तो रुक के
कोई छुप-छुप के चुराए दिल, छुप के

तेरा दिल भी मुझपे आए कुछ ऐसा हो जाए
के मैं दीवानी हूँ इतनी जितना तूने सोचा भी ना हो

धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार, woah
धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार

मिलती हैं, मिलती हैं तेरी-मेरी नज़रें
मिलती हैं, मिलती हैं तेरी-मेरी नज़रें
जो ना कह पाऊँ, वो कह जाती हैं नज़रें
ये नज़रें दीवानी, ये नज़रें अनजानी

ये जाने ना कुछ भी, तुम सुन लो
दिल के पास होते हो या

धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार
धक, धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार

तेरा दिल भी मुझपे आए कुछ ऐसा हो जाए
के मैं दीवानी हूँ इतनी जितना तूने सोचा भी ना हो

धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार
धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार

धक, धक सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार
धक, धक, धक, धक
सुनो मेरे दिल की तुम
धक-धक में है प्यार



Credits
Writer(s): Praveen Bharadwaj, Prempal Hans, Hardip Singh Sidhu
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