Yeh Kahaan Mil Gaye

ये कहां मिल गए हम?
ये कहां मिल गए हम?
आसमान भी... लो हंस दिया

ये कहां मिल गए हम?
ये कहां मिल गए हम?
आसमान भी... लो हंस दिया

हर नज़ारा भी... खिल गया
पर्वतों के रास्ते, रास्तों पे हम
चाहतों के वास्ते, चाहतों में हम
चल मेरे सनम

ये कहां मिल गए हम?
ये कहां मिल गए हम?
शायद रूठेगा सारा जहां
ग़म की छाए गी... वो बदलियां
बहकाएगा ये जहां, साथ होंगे हम
आए ना वो दूरियां, पास होंगे हम
चल मेरे सनम

दुनिया से है भला ये समा
दीवारें डालें ना दर्मियां
दिल वालों के लिए है सजा
देखो न, फूलों से महका गुलसिता
गुनगुनाती है हवा, साथ गाए हम
डोलेगी नदी जहां, बहते जाए हम
चल मेरे सनम

माना है प्यारा ये जहां
तुमपे ठहरे फिर भी निगाह
दिल मेरा डरता है यहां
हर लम्हा तुमको न खो दूं जान-ए-जान

पास मेरे आओ तुम, यार हर जनम
जिस्म बदलेंगे मगर, रूह वही सनम
चल मेरे सनम

ये कहां मिल गए हम?
ये कहां मिल गए हम?
पर्वतों के रास्ते, रास्तों पे हम
चाहतों के वास्ते, चाहतों में हम
चल मेरे सनम

ये कहां मिल गए हम?
ये कहां मिल गए हम?



Credits
Writer(s): Kk, Mehboob Alam Kotwal
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