Sajde Ki Ye Hai Lakhon

ਅੱਖੀਆਂ 'ਚ ਵੱਸਦਾ ਜਿਹੜਾ ਓਹੀ ਮੇਰਾ ਮਾਹੀ ਐ
ਚੰਨ ਦੀ, ਤਾਰਿਆਂ ਦੀ, ਰੱਬ ਦੀ ਗਵਾਹੀ ਐ

सजदे किये हैं लाखों
लाखों दुआएँ माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे
चाहत की तेरी मैंने
हक़ में हवाएँ माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे

तुझसे ही दिल ये बहला
तू जैसे क़लमा पहला
चाहू ना फिर क्यों मैं तुझे?

जिस पल ना चाहा तुझको
उस पल सज़ायें माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे

ओ, सजदे किये हैं लाखों
लाखों दुआएँ माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे

जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो
पढ़ ले तू आँखे हर दफ़ा
हो, जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो
पढ़ ले तू आँखें हर दफ़ा, हाँ
नख़रे से ना जी भी होते है राज़ी भी
तुझसे ही होते है खफ़ा

जाने तू बाते सारी
कटती है राते सारी
जलते दिये सी अनबुझे

उठ-उठ के रातों को भी
तेरी वफायें माँगी
पाया है मैंने फ़िर तुझे

ओ, सजदे किये हैं लाखों
लाखों दुआएँ माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे

चाहत के काजल से
क़िस्मत के कागज़ पे
अपनी वफ़ाएँ लिख़ ज़रा
हाँ, चाहत के काजल से
क़िस्मत के कागज़ पे
अपनी वफ़ाएँ लिख़ ज़रा

बोले ज़माना यूँ मैं तेरे जैसी हूँ
तू भी तो मुझसा दिख ज़रा

मेरा ही साया तू है
मुझ में समाया तू है
हर पल ये लगता है मुझे
ख़ुद को मिटाया मैंने तेरी बलाए माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे
हो, चाहे तू चाहे मुझको ऐसी अदाएँ माँगी
पाया है मैंने फिर तुझे



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, Pritam
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