Beqarar Karke Hamen

बेक़रार करके हमें यूँ न जाईये
आपको हमारी क़सम लौट आईय
बेक़रार करके हमें यूँ न जाईये
आपको हमारी क़सम लौट आईय

देखिए वो काली काली बदलियाँ, ज़ुल्फ़ की घटा चुरा न लें कहीं
चोरी-चोरी आ के शोख बिजलियाँ, आपकी अदा चुरा न लें कहीं
यूँ क़दम अकेले न आगे बढ़ाईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय
बेक़रार करके हमें यूँ न जाईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय

देखिए गुलाब की वो डालियाँ, बढ़के चूम लें न आपके क़दम
खोए-खोए भंवरें भी हैं बाग़ में, कोई आपको बना न ले सनम
बहकी-बहकी नज़रों से खुद को बचाईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय
बेक़रार करके हमें यूँ न जाईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय

ज़िंदगी के रास्ते अजीब हैं, इनमें इस तरह चला न कीजिए
खैर है इसी में आपकी हुज़ूर, अपना कोई साथी ढूँढ लीजिए
सुन के दिल की बात न मुस्कुराईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय
बेक़रार करके हमें यूँ न जाईये, आपको हमारी क़सम लौट आईय



Credits
Writer(s): Hemant Kumar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link