Ranjhana Aave Ranjhana Aave

राँझना वे, राँझना
राँझना वे, राँझना

आजा दिल ने तुझ को पुकारा
रब ने बनाया तुझे मेरे लिए, मुझे तेरे लिए
रब ने बनाया तुझे मेरे लिए, मुझे तेरे लिए
एक बना के दो टुकड़े किए
दिल तड़पाया तेरा मेरे लिए, मेरा तेरे लिए

रब ने बनाया तुझे मेरे लिए, मुझे तेरे लिए
फूल से ख़ुशबू, जी से जान अलग हो
फूल से ख़ुशबू, जी से जान अलग हो
मिट्टी हो जाए, सब खाक़ ये जग हो
मिट्टी हो जाए, सब खाक़ ये जग हो

बिछड़े सजन तो कोई कैसे जिए?
हाए, कैसे जिए?
रब ने बनाया तुझे...

सितम सब है लोगों गँवारा हमें
जुदा मत करो फिर ख़ुदारा हमें
मोहब्बत ने हर बार पैदा किया
ज़माने ने हर बार मारा हमें

कभी "शीरीं-फ़रहाद" हम को कहा
कभी "लैला-मजनू" पुकारा हमें
दुनिया ने हम को कितने नाम दिएँ, हाए, नाम दिएँ
दुनिया ने हम को कितने नाम दिएँ, कितने नाम दिएँ
रब ने बनाया तुझे मेरे लिए, मुझे तेरे लिए



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Kudalkar, Pyarelal Sharma
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