Hum Jaisa Kahin Aapko

घर छोड़ कर ना जाओ...

हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा
हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा
घर छोड़ कर ना जाओ...
घर छोड़ कर ना जाओ, कहीं घर ना मिलेगा
हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा

आँखों से छलक कर मेरे रुख़सार पे तड़पे
आँखों से छलक कर मेरे रुख़सार पे तड़पे, रुख़सार पे तड़पे
जलते हुए अश्क़ों का...
जलते हुए अश्क़ों का ये मंज़र ना मिलेगा

हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा
हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा

उल्फ़त से भरी सेज के फूलों को ना मसलो
उल्फ़त से भरी सेज के फूलों को ना मसलो, फूलों को ना मसलो
फिर आप को ये प्यार का...
फिर आप को ये प्यार का बिस्तर ना मिलेगा

हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा
हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा
घर छोड़ कर ना जाओ...
दिल तोड़ कर ना जाओ, ये घर ना मिलेगा
हम जैसा कहीं आप को दिलबर ना मिलेगा



Credits
Writer(s): Usha Khanna, Saawan Kumar
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