Kha Kasam Kha Kasam

खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरी दिलरुबा
तेरे दिल में, तेरी धड़कन में रहती हूँ
"बस तेरी हूँ मैं", खा के क़सम कहती हूँ

खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरा दिलरुबा
तेरे दिल में, तेरी धड़कन में रहता हूँ
"बस तेरा हूँ मैं", खा के क़सम कहता हूँ

खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरी दिलरुबा

आसाँ हुई है, मेरे सनम
अपनी तो मुश्किल बड़ी
तेरी-मेरी बेचैनी मिटाने
आई मिलन की घड़ी

जी चाहता है मैं, साजना
ख़्वाबों में खोई रहूँ
अब मैं भुला दूँ सारे जहाँ को, बाँहों में सोई रहूँ
तू ही मेरी ज़िंदगी, तू ही मेरी दास्ताँ

खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरा दिलरुबा
तेरे दिल में, तेरी धड़कन में रहता हूँ
"बस तेरा हूँ मैं", खा के क़सम कहता हूँ

खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरी दिलरुबा

पा के तुझे मेरे हमनशीं दुनिया बदलने लगी
दिल पे नशा कोई छाने लगा, धड़कन मचलने लगी
अब दूरियाँ ना रहीं कोई, इक-दूजे में खो गए
हमने जो देखे मिल के कभी सपने वो सच हो गए
तू है मेरा दिलरुबा, तू है मेरा साजना

हे-हे-हे, खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरी दिलरुबा
तेरे दिल में, तेरी धड़कन में रहती हूँ
"बस तेरी हूँ मैं", खा के क़सम कहती हूँ

हे-हे-हे, खा, क़सम खा, क़सम खा
तू है मेरा दिलरुबा



Credits
Writer(s): Sameer Anjaan, Shravan Rathod, Nadeem Saifi
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