Tera Sundar Mukhda Gori

तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे
...नील-कमल हो जैसे
तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे
इतना उजला अंग है तेरा...
इतना उजला अंग है तेरा ताजमहल हो जैसे
तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे

देख के मेरी फैली बाँहें, ऐसे तू शरमाए
देख के मेरी फैली बाँहें, ऐसे तू शरमाए
तेरा-मेरा मिलना, सजनी...
तेरा-मेरा मिलना, सजनी, पहले पहल हो जैसे

तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे

भीगे जिस्म से मस्ती छलके, आँखों में मयख़ाने
भीगे जिस्म से मस्ती छलके, आँखों में मयख़ाने
तेरी हर अँगड़ाई इक...
तेरी हर अँगड़ाई इक रंगीन ग़ज़ल हो जैसे

तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे

तोड़ के सारे बंधन, एक-दूजे में यूँ खो जाएँ
तोड़ के सारे बंधन, एक-दूजे में यूँ खो जाएँ
सुर-संगीत के संगम में...
सुर-संगीत के संगम में कोई हलचल हो जैसे

तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे
इतना उजला अंग है तेरा...
इतना उजला अंग है तेरा ताजमहल हो जैसे
तेरा सुंदर मुखड़ा, गोरी, नीलकमल हो जैसे

...नीलकमल हो जैसे
...नीलकमल हो जैसे



Credits
Writer(s): Mumtaz Rashid, Chand Pardesi
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