Milta Hai Sachha Sukh

मिलता है सच्चा सुख केवल शिव जी तुम्हारे चरणों में
ये विनती है पल छिन-छिन कि रहे तुम्हारे चरणों में
चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझपर भार बने
चाहे मौत गले का हार बने, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में

चाहे अग्नि में मुझे जलना हो
चाहे काँटों पे मुझे चलना हो
चाहे अग्नि में मुझे जलना हो
चाहे काँटों पे मुझे चलना हो
चाहे छोड़ के देश निकलना हो
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में

मिलता है सच्चा सुख केवल शिव जी तुम्हारे चरणों में
ये विनती है पल छिन-छिन कि रहे तुम्हारे चरणों में

चाहे संकट ने मुझे घेरा हो
चाहे चारों ओर अँधेरा हो
चाहे संकट ने मुझे घेरा हो
चाहे चारों ओर अँधेरा हो
पर मन नहीं डगमग मेरा हो
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में

मिलता है सच्चा सुख केवल शिव जी तुम्हारे चरणों में
ये विनती है पल छिन-छिन की रहे तुम्हारे चरणों में

जिह्वा पर नाम तेरा रहे
तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे
तेरी लाज तो आठों याम रहे
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में

मिलता है सच्चा सुख केवल शिव जी तुम्हारे चरणों में
ये विनती है पल छिन-छिन कि रहे तुम्हारे चरणों में
चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझपर भार बने
चाहे मौत गले का हार बने, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में

...रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में
...रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में
...रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में



Credits
Writer(s): Traditional
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