Main Yunhi Guzar Deta

मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के
तुम्हें क्या मिला, बता दो
मेरी ज़िंदगी बदल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के

बड़े बेवफ़ा हैं आँसू
सर-ए-बज़्म आज छलके
बड़े बेवफ़ा हैं आँसू
सर-ए-बज़्म आज छलके
मेरी आरज़ू को लूटा
मेरी चश्म-ए-नम में पल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के

किसी बे-सहारा दिल को
ना सताओ इस तरह से
किसी बे-सहारा दिल को
ना सताओ इस तरह से
कहीं आह कर ना बैठे
कोई बद-नसीब जल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-गम सम्भल-सम्भल के

मैं इसी लिए ख़ींचा हूँ
कि उन्हें भी आए गुस्सा
मैं इसी लिए ख़ींचा हूँ
कि उन्हें भी आए गुस्सा
वो उलट दे काश परदा
मेरी बे-रूख़ी पे जल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के
तुम्हें क्या मिला, बता दो
मेरी ज़िंदगी बदल के
मैं यूँ ही गुज़ार देता
शब-ए-ग़म सम्भल-सम्भल के
सम्भल-सम्भल के
सम्भल-सम्भल के
सम्भल-सम्भल के



Credits
Writer(s): Anup Jalota, Sahir
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