Har Qadam Zehmaten

हर क़दम ज़हमतें हर नफ़स उलझनें
हर क़दम ज़हमतें हर नफ़स उलझनें
ज़िन्दगी वक्फ़ है दर्द-ए-सर के लिए
हर क़दम ज़हमतें हर नफ़स उलझनें
ज़िन्दगी वक्फ़ है दर्द-ए-सर के लिए
पहले अपने ही दरमाँ का ग़म था हमें
पहले अपने ही दरमाँ का ग़म था हमें
अब दवा चाहिए चारागर के लिए
हर क़दम ज़हमतें हर नफ़स उलझनें

आज इक अजनबी से निगाहें मिली
सिर्फ़ एक लम्हा-ए-मुख़्तसर के लिए
आज इक अजनबी से निगाहें मिली
सिर्फ़ इक लम्हा-ए-मुख़्तसर के लिए
ज़िन्दगी इस तरह मुतमईन हो गई
जैसे कुछ पा लिया उम्र भर के लिए
ज़िन्दगी इस तरह मुतमईन हो गई
जैसे कुछ पा लिया उम्र भर के लिए
हर क़दम

राएगाँ कीजिए आप सज़दे मेरे
मेरा क्या है मैं उठ कर चला जाऊँगा?
राएगाँ कीजिए आप सज़दे मेरे
मेरा क्या है मैं उठ कर चला जाऊँगा?
कल कहीं आप ही को ना कहना पड़े
कल कहीं आप ही को ना कहना पड़े
इक ज़बी चाहिए सगं-ए-दर के लिए
कल कहीं आप ही को ना कहना पड़े
इक ज़बी चाहिए सगं-ए-दर के लिए
हर क़दम

मैं ने बख़्शी है तारीकियों को ज़िया
और ख़ुद इक तजल्ली का मोहताज हूँ
मैं ने बख़्शी है तारीकियों को ज़िया
और ख़ुद इक तजल्ली का मोहताज हूँ
रोशनी देने वाले को भी कम से कम
रोशनी देने वाले को भी कम से कम
इक दीया चाहिए अपने घर के लिए
रोशनी देने वाले को भी कम से कम
इक दीया चाहिए अपने घर के लिए
हर क़दम

ऐ 'शकील' उन की महफ़िल में भी क्या मिला?
और कुछ बढ़ गईं दिल की बेताबियाँ
ऐ 'शकील' उन की महफ़िल में भी क्या मिला?
और कुछ बढ़ गईं दिल की बेताबियाँ
सब की जानिब रहीं वो निगाह-ए-करम
सब की जानिब रहीं वो निगाह-ए-करम
हम तरसते रहे इक नज़र के लिए
सब की जानिब रहीं वो निगाह-ए-करम
हम तरसते रहे इक नज़र के लिए
हर क़दम ज़हमतें हर नफ़स उलझनें



Credits
Writer(s): Munni Begum
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link