Dard Ki Anch (Live)

दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं

पहले मौसम ही बदल ते थे जहाँ में लोगो
पहले मौसम ही बदल ते थे जहाँ में लोगो
पहले मौसम ही बदल ते थे जहाँ में लोगो
अब इरादों की तरह दोस्त बदल जाते हैं
अब इरादों की तरह दोस्त बदल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं

मुझ को मालूम नहीं तुमको ख़बर हो तो कहो
मुझ को मालूम नहीं तुमको ख़बर हो तो कहो
मुझ को मालूम नहीं तुमको ख़बर हो तो कहो
इन दिनों क्यूँ मेरे जज़्बात मचल जाते हैं
इन दिनों क्यूँ मेरे जज़्बात मचल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं

आदमी राह भी राही भी सफ़र भी लेकिन
आदमी राह भी राही भी सफ़र भी लेकिन
आदमी राह भी राही भी सफ़र भी लेकिन
जिनको चलना नहीं आता वो कुचल जाते हैं
जिनको चलना नहीं आता वो कुचल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं

हादसे वक़्त के 'बेताब' बताते हैं मुझे
हादसे वक़्त के 'बेताब' बताते हैं मुझे
हादसे वक़्त के 'बेताब' बताते हैं मुझे
जिनको मिलते हैं सहारे वो सँभल जाते हैं
जिनको मिलते हैं सहारे वो सँभल जाते हैं
अश्क़ बन कर वहीं आँखों से निकल जाते हैं
दर्द की आँच से अरमाँ जो पिघल जाते हैं
जो पिघल जाते हैं
जो पिघल जाते हैं
जो पिघल जाते हैं



Credits
Writer(s): Anup Jalota, Betab Lucknowi
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