Raatein

याद है वो सारी वो सारी बातें
रातों में दिन थे दिन थी रातें
तो क्या यह जीवन ऐसा ना था
जैसा हमने सोचा
तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या
जो कभी टूट ना सका
वो रातें बाकी थी वो मुस्कुराहट तुम्हारी थी
वो चाहत भरा एहसास लबों पे बातें हमारी थी

अंजाने रास्तों पे जब हम साथ थे
दोस्तों के संग भी अपने ख्वाब थे
तो क्या यह जीवन ऐसा ना था
जैसा हमने सोचा
तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या
जो कभी टूट ना सका
वो रातें बाकी थी वो मुस्कुराहट तुम्हारी थी
वो चाहत भरा एहसास लबों पे बातें हमारी थी

वो रातें वो मुस्कुराहट
वो चाहत लबों पे बातें हमारी थी
तो क्या यह जीवन ऐसा ना था
जैसा हमने सोचा
तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या
जो कभी टूट ना सका

ए दिल तुझको क्या हो गया
ओ यारों मैं फिर खो गया
वो रातें, वो रातें वो मुस्कुराहट
वो चाहत, वो चाहत लबों पे बातें हमारी थी



Credits
Writer(s): Farhan Saeed, Goher Mumtaz, Sheraz Aamir
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