Ambe Tu Hai Jagdambe Kaali

अम्बे तू है जगदम्बे काली
जयपुर के खप्पर वाली
तेरे ही गुण गाये भारती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली
जयपुर के खप्पर वाली
तेरे ही गुण गाये भारती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती

तेरे भक्तजनो पर माता पीड़ पड़ी है भारी
पीड़ पड़ी है भारी
दानव दलपर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी
करके सिंह सवारी

तेरे भक्तजनो पर माता पीड़ पड़ी है भारी
पीड़ पड़ी है भारी
दानव दलपर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी
करके सिंह सवारी

सौ सौ सिंहो से भी बलशाली
है दस भुजाओं वाली
दुःखियों के दुखड़े निवारती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती

माँ बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता
बड़ा ही निर्मल नाता
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता
माता सुनी कुमाता

माँ बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता
बड़ा ही निर्मल नाता
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता
माता सुनी कुमाता

सब पे करुणा बरसाने वाली
अमृत बरसाने वाली
दुःखियों के दुखड़े निवारती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती

नहीं माँगते धन और दौलत
ना चाँदी ना सोना
ना चाँदी ना सोना
हम तो माँगे तेरे मन में एक छोटा सा कोना
एक छोटा सा कोना

नहीं माँगते धन और दौलत
ना चाँदी ना सोना
ना चाँदी ना सोना
हम तो माँगे तेरे मन में एक छोटा सा कोना
एक छोटा सा कोना

सबकी बिगड़ी बनाने वाली
लाज़ बचाने वाली
सतियों के सत् को सवाँरती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली
जयपुर के खप्पर वाली
तेरे ही गुण गाये भारती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती
हो मैय्या हम सब उतारे तेरी आरती



Credits
Writer(s): Traditional, Surinder Kohli, Balbir Nirdosh
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