Dukhiyon Ke Pyare

दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको
दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको
रोग-शोक कोई मन में ना आए...
रोग-शोक कोई मन में ना आए, तू बचाए मुझको
दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको

विष का प्याला पी कर नील कंठ बने
विष का प्याला...
विष का प्याला पी कर नील कंठ बने
देवताओं का मान रखा
देवताओं का मान रखा, सब असुरों के काल बने

दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको
रोग-शोक कोई मन में ना आए...
रोग-शोक कोई मन में ना आए, तू बचाए मुझको
दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको

पर्बत पे तुम रहते डोलते बनने
पर्बत पे तुम रहते डोलते बनने
जो भी तुम्हारा ध्यान धरे
जो भी तुम्हारा ध्यान धरे
जो भी तुम्हारा ध्यान धरे
सुख भरते उसके मन में

दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको
रोग-शोक कोई मन में ना आए...
रोग-शोक कोई मन में ना आए, तू बचाए मुझको
दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको

मन का मंजीरा बाजे, गूँजे नाम तेरा
मन का मंजीरा बाजे, गूँजे नाम तेरा
तुझमें ध्यान लगाऊँ मैं
तुझमें ध्यान लगाऊँ मैं
तुझमें ध्यान लगाऊँ मैं
निसदिन काम यही मेरा

दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको
रोग-शोक कोई मन में ना आए...
रोग-शोक कोई मन में ना आए, तू बचाए मुझको
दुखियों के प्यारे शंभू, १०० नमन तुझको



Credits
Writer(s): Rajesh Johari, Gautam Mukerjee
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