Sare Jahan se Acha

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलिस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा

गुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में
गुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमें भी, दिल हो जहाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा

परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा, वो पासवां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा

गोदी में खेलती हैं, इसकी हज़ारों नदियाँ
गुलशन है जिसके दम से, गुलशन है जिसके दम से
रश्क-ए-जिनां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा
सारे जहाँ से अच्छा

मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम, हिन्दी हैं हम
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दुस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा

हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलिस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा



Credits
Writer(s): Ravi Shankar, Doctor Iqbal
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link