Baaton Ko Teri (Unplugged)

बातों को तेरी हम भुला ना सके
होके जुदा हम ना जुदा हो सके
दिल में है ज़िंदा हर घड़ी तू कहीं
होके जुदा हम ना जुदा हो सके, yeah

कितनी चाहत है दिल में तू जाने ना
कैसे दिल को समझाएँ? दिल माने ना

बातों को तेरी हम भुला ना सके
होके जुदा हम ना जुदा हो सके

अजनबी सिलसिला मेरे साथ है
भीड़ में तनहाई का एहसास है
ख़ुदा जाने, ख़ुदा जाने, ख़ुदा जाने

इक पल भी तुम से दूर जा ना सके
होके जुदा हम ना जुदा हो सके
बातों को तेरी हम भुला ना सके
होके जुदा हम ना जुदा हो सके



Credits
Writer(s): Shabbir Ahmed, Himesh Vipin Reshammiya
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