Itna To Karna Swami Jab Pran Tan Se Nikle

इतना तो करना, स्वामी
जब प्राण तन से निकलें
इतना तो करना, स्वामी
जब प्राण तन से निकलें
गोविंद नाम लेके
तब प्राण तन से निकलें

श्री गंगा जी का तट हो
जमुना का वंशीवट हो
श्री गंगा जी का तट हो
जमुना का वंशीवट हो

मेरा साँवरा निकट हो
जब प्राण तन से निकलें

पीतांबरी कसी हो
छवि मन में ये बसी हो
पीतांबरी कसी हो
छवि मन में ये बसी हो

होंठों पे कुछ हँसी हो
जब प्राण तन से निकलें

जब कंठ प्राण आए
कोई रोग ना सताए
जब कंठ प्राण आए
कोई रोग ना सताए

यम दरस ना दिखाए
जब प्राण तन से निकलें

उस वक्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना
उस वक्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना

राधे को साथ लाना
जब प्राण तन से निकलें

एक भक्त की है अर्ज़ी
ख़ुदगर्ज़ की है गर्ज़ी
एक भक्त की है अर्ज़ी
ख़ुदगर्ज़ की है गर्ज़ी

आगे तुम्हारी मर्ज़ी
जब प्राण तन से निकलें
इतना तो करना, स्वामी
जब प्राण तन से निकलें



Credits
Writer(s): Traditional, Bhushan Dua
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