Khata Toh Jab Ho (From "Dil Ka Kya Kasoor")

ख़ता तो जब हो कि हम हाल-ए-दिल किसी से कहें

ख़ता तो जब हो कि हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
ख़ता तो जब हो कि हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं

ख़ता तो जब हो कि हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं

अमीर तू है...
अमीर तू है तो इतना ज़रा बता दे मुझे
ग़रीब मैं हूँ, मगर ये मेरी ख़ता तो नहीं
ग़रीब मैं हूँ, मगर ये मेरी ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं

तुझे भी प्यार है...
तुझे भी प्यार है मुझ से, मैं जानती हूँ, सनम
ये बात और है, मुझ से कभी कहा तो नहीं
ये बात और है, मुझ से कभी कहा तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं

हर एक पल मैं...
हर एक पल मैं तुझे याद किया करता हूँ
तुझे भुला के मैं पल-भर कभी जिया तो नहीं
तुझे भुला के मैं पल-भर कभी जिया तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं

ख़ता तो जब हो कि हम हाल-ए-दिल किसी से कहें
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं
किसी को चाहते रहना, कोई ख़ता तो नहीं



Credits
Writer(s): Shravan Rathod, Nadeem Saifi
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