Zaraa Dil Ko Thaam Lo

दिलकशी और दिलबरी
उसकी है जादूगरी, ओ

ओ, दिलकशी और दिलबरी
उसकी है जादूगरी, ओ
जिसकी आँखें हैं तारे
हैराँ जिस पर हैं सारे

ऐ दिल, ये सच है क्या?
आज वो है क्या आ ही गया?

ज़रा दिल को थाम लो, नाम लो
कह भी दो है कौन
आ गया, आ गया लौट के देखो don

जो ना समझा कोई, मैं वो ही राज़ हूँ
जो किसी का नहीं है वो अंदाज़ हूँ

जो ना समझा कोई, मैं वो ही राज़ हूँ
जो किसी का नहीं है वो अंदाज़ हूँ

मैं समंदर से गहरा, मैं कहीं कब हूँ ठहरा
मैं हूँ जैसे धुआँ, ये धुआँ कहीं है रुकता कहाँ

ज़रा दिल को थाम लो, नाम लो
कह भी दो है कौन
आ गया, आ गया लौट के देखो don

तू नहीं है धुआँ, एक शोला है तू
मेरी जाँ, पास तेरे मगर आऊँगी
तुझ में ही जल के मर जाऊँगी

मुझ को चाहा तो पाओगी क्या?
मैं कहाँ जाऊँगा, मेरा क्या है पता

ज़रा दिल को थाम लो, नाम लो
कह भी दो है कौन
आ गया, आ गया लौट के देखो don
देखो don



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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