Maan Mera Ehsaan Arre Nadaan

मान मेरा एहसान, अरे, नादान
के मैंने तुझसे किया है प्यार
मैंने तुझसे किया है प्यार

मेरी नज़र की धूप ना भरती रूप
तो होता हुस्न तेरा बेकार
मैंने तुझसे किया है प्यार

मान मेरा एहसान, अरे, नादान
के मैंने तुझसे किया है प्यार
मैंने तुझसे किया है प्यार

उल्फ़त ना सही, नफ़रत ही सही, ओ
उल्फ़त ना सही, नफ़रत ही सही
इसको भी "मोहब्बत" कहते हैं

तू लाख छुपाए भेद मगर
हम दिल में समाए रहते हैं

तेरे भी दिल में आज उठी है जाग
ज़बाँ से चाहे ना कर इक़रार
मैंने तुझसे किया है प्यार

मेरी नज़र की धूप ना भरती रूप
तो होता हुस्न तेरा बेकार
मैंने तुझसे किया है प्यार

अपना ना बना लूँ तुझको अगर, ओ
अपना ना बना लूँ तुझको अगर
इक रोज़ तो मेरा नाम नहीं

पत्थर का जिगर पानी कर दूँ
ये तो कोई मुश्किल काम नहीं

छोड़ दे अब ये खेल, तू कर ले मेल
मेरे संग, मान ले अपनी हार
मैंने तुझसे किया है प्यार

मान मेरा एहसान, अरे, नादान
के मैंने तुझसे किया है प्यार
मैंने तुझसे किया है प्यार



Credits
Writer(s): Shakeel Badayuni, Naushad
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