Zinda

मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है

मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है

हो, काफ़ी है
काफ़ी है

हवाओं से जो माँगा हिस्सा मेरा
तो बदले में हवा ने साँस दी
अकेलेपन से छेड़ी जब गुफ़्तगू
मेरे दिल ने आवाज़ दी

मेरे हाथों हुआ जो किस्सा शुरु
उसे पूरा तो करना है मुझे
क़ब्र पर मेरे सर उठा के खड़ी हो ज़िंदगी
ऐसे मरना है मुझे

कुछ माँगना बाक़ी नहीं
कुछ माँगना बाक़ी नहीं
जितना मिला काफ़ी है
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है

मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है
ज़िंदा हूँ, यार, काफ़ी है

मुझे छोड़ दो, मुझे छोड़ दो
मेरे हाल पे, मेरे हाल पे
मेरे हाल पे, मेरे हाल पे
मेरे हाल पे, मेरे हाल पे
मेरे हाल पे, मेरे हाल पे



Credits
Writer(s): Amit Trivedi, Amitabh Bhattacharya
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