Sun Sun Re Saajan (From "Hum Hain Kamaal Ke")

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?
तरसे है दीवाना मन

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?
तरसे है दीवाना मन

बरसातों में, भीगी रातों में
ओ, बरसातों में, भीगी रातों में
प्यासे हैं क्यूँ दो बदन?

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?
तरसे है दीवाना मन

बादल कैसे बरस रहे हैं?
हो, बादल कैसे बरस रहे हैं?
शोले जैसे भड़क रहे हैं

पास भी हैं और तड़प रहे हैं
धक-धक दो दिल धड़क रहे हैं
धक-धक दो दिल धड़क रहे हैं

बरसातों में, भीगी रातों में
प्यासे हैं क्यूँ दो बदन?

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?
तरसे है दीवाना मन

कुछ तो बता, ऐ दिलबर-जानी
हो, कुछ तो बता, ऐ दिलबर-जानी
आग लगाए क्यूँ ये पानी?

आई कैसी रात सुहानी?
बेबस हो गई आज जवानी
बेबस हो गई आज जवानी

बरसातों में, भीगी रातों में
प्यासे हैं क्यूँ दो बदन?

सुन-सुन रे, सजन
कैसी लागी ये अगन?
तरसे है दीवाना मन

Hey, बरसातों में, भीगी रातों में
प्यासे हैं क्यूँ (दो बदन) दो बदन?



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