Ajnabi Mujhko Itna Bata

पता है, Shekhar, इंसान को तकलीफ़ कब होती है?
जब वो कोई सपना देखता है और वो पूरा नहीं होता
इस लिए मैंने सोच लिया है कि आज के बाद
कोई सपना ही नहीं देखूँगी

बस, हार गई?
अपनी आँखें बंद करो, Sanjana
बंद आँखों से इंसान सिर्फ़ सपना ही नहीं
कभी-कभी उस हक़ीक़त को भी देख लेता है
जिसे खुली आँखें कभी नहीं देख पाती
आँखें बंद करो, Sanjana

अजनबी, मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यूँ परेशान है?
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है

कितनी भोली है तू, कितनी नादान है
दिल की बातों से अनजान है

अजनबी, मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यूँ परेशान है?
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है

ओ, कितनी भोली है तू, कितनी नादान है
दिल की बातों से अनजान है

अजनबी, मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यूँ परेशान है?

क्या सोचता हूँ, मैं क्या चाहता हूँ
है मुश्किल तुझे वो बताना
मैंने सुना है कि मुश्किल बड़ा है
दबी चाहतों को छुपाना

Hey, क्या सोचता हूँ, मैं क्या चाहता हूँ
है मुश्किल तुझे वो बताना
हो, मैंने सुना है कि मुश्किल बड़ा है
दबी चाहतों को छुपाना

राज़ तेरे सभी खोल देगी अभी
इन लबों पे जो मुस्कान है

अजनबी, मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यूँ परेशान है?

कैसे बताऊँ, मेरी धड़कनों को
बनाया है किसने दीवाना
हो, बेगाने को अपना कहने लगी मैं
बना मेरा अपना बेगाना

हाँ, कैसे बताऊँ, मेरी धड़कनों को
बनाया है किसने दीवाना
हो, बेगाने को अपना कहने लगी मैं
बना मेरा अपना बेगाना

प्यार की हर घड़ी, मुश्किलों की लड़ी
ये ना समझो, ये आसान है

अजनबी, मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यूँ परेशान है?
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है

कितनी भोली है तू, कितनी नादान है
दिल की बातों से अनजान है

अजनबी, मुझको इतना बता
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
Hmm-hmm-hmm-hmm
Hmm-hmm-hmm-hmm-hmm



Credits
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Sameer Anjaan
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