Hamen Raston Ki Jaroorat (From "Naram Garam")

हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है
हमें तेरे पाँव के निशाँ मिल गए हैं
हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है
हमें तेरे पाँव के निशाँ मिल गए हैं
हमें रास्तों की...

भटकने का डर है, ना खोने का डर है
जहाँ तेरा साया, वहाँ अपना घर है
भटकने का डर है, ना खोने का डर है
जहाँ तेरा साया, वहाँ अपना घर है

ज़मीं पे हमें...
हो, ज़मीं पे हमें आसमाँ मिल गए हैं
हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है
हमें तेरे पाँव के निशाँ मिल गए हैं
हमें रास्तों की...

बड़ी आरज़ू थी कि वो दिन भी आएँ
तेरे नाम से हम खुद को बुलाएँ
बड़ी आरज़ू थी कि वो दिन भी आएँ
तेरे नाम से हम खुद को बुलाएँ

तेरे नाम से...
हो, तेरे नाम से दो जहाँ मिल गए हैं
हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है
हमें तेरे पाँव के निशाँ मिल गए हैं



Credits
Writer(s): Gulzar, R D Burman
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