Gham Uthane Ke Liye

फलक पे जितने सितारें हैं वो भी शर्माये
ओ देनेवाले मुझे इतनी ज़िन्दगी दे दे
यही सज़ा है मेरी मौत ही ना आये मुझे
किसी को चैन मिले, मुझ को बेकली दे दे

गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
साँस की लय पे तेरा नाम लिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा

हाए तू ने मुझे उल्फ़त के सिवा कुछ न दिया
और मैने तुझे नफ़रत के सिवा कुछ न दिया
हाए तू ने मुझे उल्फ़त के सिवा कुछ न दिया
और मैने तुझे नफ़रत के सिवा कुछ न दिया
तुझ से शरमिंदा हूँ, ऐ मेरी वफ़ा की देवी
तेरा मुजरिम हूँ, मुसीबत के सिवा कुछ न दिया
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
साँस की लय पे तेरा नाम लिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा

तू ख़यालों में मेरे अब भी चली आती है
अपनी पलकों पे उन अश्कों का जनाज़ा लेकर
तू ख़यालों में मेरे अब भी चली आती है
अपनी पलकों पे उन अश्कों का जनाज़ा लेकर
तू ने नींदे करी कुर्बान मेरी राहों में
मैं नशें में रहा, गैरों का सहारा लेकर
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
साँस की लय पे तेरा नाम लिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा
गम उठाने के लिये मैं तो जिये जाऊँगा



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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