Khushiyan Hi Khushiyan

ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
क्यूँ ना ख़ुशी से वो दीवाना हो जाए?

ऐसे मुबारक मौक़े पे, साथी
ऐसे मुबारक मौक़े पे, साथी
पेश दुआओं का नज़राना हो जाए

ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
क्यूँ ना ख़ुशी से वो दीवाना हो जाए?

देर से समझा हमको ज़माना
शुक्र करो कि समझ तो गया
संग रहने का ख़्वाब सुहाना
बनके हक़ीक़त सज तो गया

तुम जो कहो तो महफ़िल से कह दें
तुम जो कहो तो सारी महफ़िल से कह दें
पल-भर में मशहूर अफ़साना हो जाए

ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
क्यूँ ना ख़ुशी से वो दीवाना हो जाए?

कोई क्या जाने, हमने क्या-क्या
खेल रचाए तुम्हारे लिए
हम भी कैसी-कैसी मंज़िल
छोड़ के आए तुम्हारे लिए

कलियाँ ही कलियाँ महका दो ऐसे
कलियाँ ही कलियाँ महका दो ऐसे
कि आबाद दिल का ये वीराना हो जाए

ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
क्यूँ ना ख़ुशी से वो दीवाना हो जाए?

हँस के हमरी हर भूल भुला देना
हम हैं तुम्हरे, जब चाहो बुला लेना

अपनों की इस महफ़िल में
अब काम नहीं है बेगानों का
ये दुनिया क्या मोल करेगी?
एक मुफ़्लिस के अरमानों का

इतनी सी है बस अपनी तमन्ना
इतनी सी है बस अपनी तमन्ना
तेरी ख़ुशी पे दिल परवाना हो जाए

ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ हों दामन में जिसके
क्यूँ ना ख़ुशी से वो दीवाना हो जाए?



Credits
Writer(s): Ravindra Jain
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