Chalte Chalte

चलते-चलते अंजाने रस्ते लेकर चले कहाँ हमें
चलते-चलते अंजाने रस्ते लेकर चले कहाँ हमें

उड़ती बदली धूप से खेले
रुक-रुक बहती पुरवैया के रेले
सो गए जंगल शाम ढले

चलते-चलते अंजाने रस्ते लेकर चले कहाँ हमें

दिल मेरा आज गाए, भूले नग़्में जगाए
भीगी-भीगी सी उमंगें, मन क्यूँ ना मचल जाए
खो गई बादलों में...
खो गई बादलों में, उन ही राहों को मन ललचाए

रोका ना रोको पागल मन को, मस्ती में झूमे चाँद तले
रोका ना रोको पागल मन को, मस्ती में झूमे चाँद तले

पर्वतों से उतरा जो मीठा-मीठा पानी, सनम
कह दें इन हवाओं को अपनी जो कहानी, बलम
जिस तरफ़ दौड़ें हम-तुम...
जिस तरफ़ दौड़ें हम-तुम पुरवैया चंचल हाथ ना आए

बहती री पवन, झूमे है गगन, जैसे, सजन, मैं साथ तेरे
बहती री पवन, झूमे है गगन, जैसे, सजन, मैं साथ तेरे

उड़ती बदली धूप से खेले
रुक-रुक बहती पुरवैया के रेले
सो गए जंगल शाम ढले

चलते-चलते अंजाने रस्ते लेकर चले कहाँ हमें
चलते-चलते अंजाने रस्ते लेकर चले कहाँ हमें



Credits
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link