Salaam Kare

तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे
अगर निगाह उठे, मय-कदा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे

वो रंग-ओ-रूप ख़ुदा ने दिया, ख़ुदा की क़सम
वो रंग-ओ-रूप ख़ुदा ने दिया, ख़ुदा की क़सम

जिधर से गुज़रो, तुम्हें रास्ता सलाम करे
जिधर से गुज़रो, तुम्हें रास्ता सलाम करे
अगर निगाह उठे, मय-कदा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे

मेरी नज़र की ना मानो तो दिल की बात सुनो
मेरी नज़र की ना मानो तो दिल की बात सुनो

तुम्हारे चेहरे को हर आईना सलाम करे
तुम्हारे चेहरे को हर आईना सलाम करे
अगर निगाह उठे, मय-कदा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे

तुम्हारे क़दमों में झुक जाएँ फूल-कलियाँ भी
तुम्हारे क़दमों में झुक जाएँ फूल-कलियाँ भी

बहार किस को तुम्हारे सिवा सलाम करे?
बहार किस को तुम्हारे सिवा सलाम करे?
अगर निगाह उठे, मय-कदा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ जो बिखरे, घटा सलाम करे



Credits
Writer(s): Qateel Rajasthani
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