Gham Ki Jo Ghata

ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे
ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे
बरसे भी कुछ ऐसे कि ख़ुशी देख के तरसे
ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे

मरने का नहीं ख़ौफ़ अगर डर है तो इतना
मरने का नहीं ख़ौफ़ अगर डर है तो इतना
निकले न मेरी लाश कहीं आप के घर से
निकले न मेरी लाश कहीं आप के घर से
बरसे भी कुछ ऐसे कि ख़ुशी देख के तरसे
ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे

मंज़िल ने तो हर ग़म पे रह-रह के पुकारा
मंज़िल ने तो हर ग़म पे रह-रह के पुकारा
उलझे ही रहे लोग यहाँ राह-गुज़र से
उलझे ही रहे लोग यहाँ राह-गुज़र से
बरसे भी कुछ ऐसे कि ख़ुशी देख के तरसे
ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे

पयाब में मंज़ूर नहीं डूबना 'अंजुम'
पयाब में मंज़ूर नहीं डूबना 'अंजुम'
अच्छा है गुज़र जाए ये पानी मेरे सर से
अच्छा है गुज़र जाए ये पानी मेरे सर से
बरसे भी कुछ ऐसे कि ख़ुशी देख के तरसे
ग़म की जो घटा आए तो फिर झूम के बरसे



Credits
Writer(s): Pankaj Udhas, Sardar Anjum
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