Har Taraf Ab Yehi Afsane Hain

हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं

इतनी सच्चाई है इन आँखों में
खोटे सिक्के भी खरे हो जाएँ
तू कभी प्यार से देखे जो उधर
सूखे जंगल भी हरे हो जाएँ

बाग़ बन जाएँ...
बाग़ बन जाएँ जो वीराने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं

एक हल्का सा इशारा इनका
कभी दिल और कभी जाँ लूटेगा
किस तरह प्यास बुझेगी उसकी?
किस तरह उसका नशा टूटेगा?

जिसकी क़िस्मत में...
जिसकी क़िस्मत में ये पैमाने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं

नीची नज़रों में है कितना जादू
हो गए पल में कई ख़्वाब जवाँ
कभी उठने, कभी झुकने की अदा
ले चली जाने किधर, जाने कहाँ

रास्ते प्यार के...
रास्ते प्यार के अनजाने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं
हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Kaifi Azmi
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