Aakhri Baar Tere Husn Ko (Patton Ki Bazi Soundtrack Version)

आप गैरों की बात करते है
हमने अपने भी आज़माए है
लोग काँटों से बचके चलते है
हमने फूलों से ज़ख्म खाए है

आखरी बार तेरे हस को सजदा कर लें
फिर नहीं लौट के महफ़िल में तेरी आऊँगा
जिस मोहब्बत में मिलावट हो सोने-चाँदी की
उस मोहब्बत को मैं ठुकराके चला जाऊँगा

मुझको मालूम ना था आज भरी महफ़िल में
एक आँसू की तरह मुझको यूँ गिरना होगा
अपनी नाकाम मोहब्बत का जनाज़ा लेकर
तेरे काँटों के शहर में मुझे चलना होगा
अपनी हमदर्दियों के यूँ ना उछालो पत्थर
आईना बनके जो टुटा तो ना जुड़ पाउँगा, हाए

जिस मोहब्बत में मिलावट हो सोने-चाँदी की
उस मोहब्बत को मैं ठुकराके चला जाऊँगा

इससे पहले के तू कूचे से निकाले मुझको
मेरी खामोशियों का नाम तू ज़फ़ा रख दे
मेरी मजबूरियों को मेरी खता कह कर तू
अपनी नादानियों का नाम तू वफ़ा रख दे
जीना दुश्वार तो होगा तेरे बिन पर सुन ले
अपनी आँखों में कभी अश्क़ नहीं लाऊँगा, हाए

जिस मोहब्बत में मिलावट हो सोने-चाँदी की
उस मोहब्बत को मैं ठुकराके चला जाऊँगा
चला जाऊँगा, चला जाऊँगा



Credits
Writer(s): Anup Jalota, Maya Govind
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