Yeh Bahar Keh Rahi Hai

ये बाहर कह रही है, "यही प्यार का समाँ"
मेरी आरज़ू पुकारे, ओ, मेरे दिलरुबा, कहाँ?
कहे झूमता पवन, "यही प्यार का समाँ"
ये उमंग पूछती है, "तू चले चला कहाँ?"
ये बाहर कह रही है...

रात गाने लगी, दिल मचलने लगा
प्यार की राह में मन बहकने लगा
रात गाने लगी, दिल मचलने लगा
प्यार की राह में मन बहकने लगा

साँसों में तू है, ख़्वाबों में तू है...
साँसों में तू है, ख़्वाबों में तू है, हैं अरमान जवाँ
ये बाहर कह रही है, "यही प्यार का समाँ"
मेरी आरज़ू पुकारे, ओ, मेरे दिलरुबा, कहाँ?
ये बाहर कह रही है...

चाँदनी भीगी-भीगी, चाँद सोया हुआ
प्यार के स्वप्न में मैं भी खोया हुआ
चाँदनी भीगी-भीगी, चाँद सोया हुआ
प्यार के स्वप्न में मैं भी खोया हुआ

जान-ए-बहार तू है, दिल का क़रार तू है...
जान-ए-बहार तू है, दिल का क़रार तू है, मेरी उम्मीद जवाँ
कहे झूमता पवन, "यही प्यार का समाँ"
ये उमंग पूछती है, "तू चले चला कहाँ?"
ये बाहर कह रही है...

है तमन्ना यही साथ हम-तुम रहें
बाग़ों में प्यार के फूल खिलते रहें
है तमन्ना यही साथ हम-तुम रहें
बाग़ों में प्यार के फूल खिलते रहें

हरसू बहार हो, प्यार ही प्यार हो...
हरसू बहार हो, प्यार ही प्यार हो, ऐसा बनाएँ जहाँ
कहे झूमता पवन, "यही प्यार का समाँ"
ये उमंग पूछती है, "तू चले चला कहाँ?"
ये बाहर कह रही है, "यही प्यार का समाँ"
मेरी आरज़ू पुकारे, ओ, मेरे दिलरुबा, कहाँ?

तू मुझे ले चला कहाँ?
ओ, मेरे दिलरुबा, कहाँ?
तू मुझे ले चला कहाँ?
ओ, मेरे दिलरुबा, कहाँ?



Credits
Writer(s): Raghunath Seth
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