Pehli Dafaa Is Dil Mein

चाहत मेरी रंग लाई तो...
चाहत मेरी रंग लाई तो मैं पागल सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी

आ के तेरी इन बाँहों में...
आ के तेरी इन बाँहों में, तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी

कल भी ये दुनिया नज़ारे लिए थी
बहारों का मौसम भी था
कल भी सजा था चाँद गगन पे
सितारों का आलम भी था

आज फिर क्यूँ सब कुछ नया
लगने लगा है मुझे?
और पास आ, जान-ए-मन
जी-भर के देखूँ तुझे

तीर-ए-नज़र ऐसा चला...
तीर-ए-नज़र ऐसा चला मैं घायल सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हाँ, हलचल सी होने लगी

आ के तेरी इन बाँहों में...
आ के तेरी इन बाँहों में, तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हाँ, हलचल सी होने लगी

हर बात दिल की कह दी है खुल के
कुछ भी छुपाया नहीं
"साथ रहोगे कब तक मेरे"
ये तो बताया नहीं

साथ-साथ रहना हमें
अब ना जुदा होंगे हम
जान से भी प्यारी लगे
तेरी वफ़ा, ओ, सनम

तेरे बिना अब ज़िन्दगी...
तेरे बिना अब ज़िन्दगी मुश्किल सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हाँ, हलचल सी होने लगी

आ के तेरी इन बाँहों में...
आ के तेरी इन बाँहों में, तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी



Credits
Writer(s): Anu Malik, Faiz Anwar
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