Yaad Mujhko Kaun Aaya

याद मुझको कौन आया रात-भर
याद मुझको कौन आया रात-भर
हो, याद मुझको कौन आया रात-भर
दिल जला तो बुझ ना पाया रात-भर

एक ज़रा सी मुस्कुराहट का असर
एक ज़रा सी मुस्कुराहट का असर
चैन खोया, दिल गँवाया रात-भर
याद मुझको कौन आया रात-भर

ये हवा चुपके से आ कर कह गई
"चाँदनी छत पर अकेली रह गई"
ये हवा चुपके से आ कर कह गई
"चाँदनी छत पर अकेली रह गई"

तुमने क्यूँ ये दिल जलाया रात-भर?
तुमने क्यूँ ये दिल जलाया रात-भर?
दिल जला तो बुझ ना पाया रात-भर
याद मुझको कौन आया रात-भर

करवटें बेचैनियाँ लेती रहीं
नर्म पलकें नम मेरी होती रहीं
करवटें बेचैनियाँ लेती रहीं
नर्म पलकें नम मेरी होती रहीं

सोना चाहा, सो ना पाया रात-भर
सोना चाहा, सो ना पाया रात-भर
दिल जला तो बुझ ना पाया रात-भर
याद मुझको कौन आया रात-भर



Credits
Writer(s): Nikhil-vinay, Nusrat Badr
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link