Kya Tumhe Pata Hai - Female Version

क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन...
क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन, मेरे दिलबर आने वाले हैं?
कलियाँ ना बिछाना राहों में, हम दिल को बिछाने वाले हैं

क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन, मेरे दिलबर आने वाले हैं?
कलियाँ ना बिछाना राहों में, हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन...

ये पहली बार का मिलना भी कितना पागल कर देता है
ये पहली बार का मिलना भी कितना पागल कर देता है
कुछ-कुछ होता है साँसों में, पर ना जाने क्यूँ होता है
बाँहों में भर के वो हम को मदहोश बनाने वाले हैं

कलियाँ ना बिछाना राहों में, हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन...

आया है मिलने का मौसम, पल बित गए तनहाई के
आया है मिलने का मौसम, पल बित गए तनहाई के
अब मेरे दिल के तारों ने सुर छेड़ दिए शहनाई के
"क्या प्यार का मतलब होता है," वो ये समझाने वाले हैं

कलियाँ ना बिछाना राहों में, हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन, मेरे दिलबर आने वाले हैं?

कलियाँ ना बिछाना राहों में, हम दिल को बिछाने वाले हैं
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हें पता है, ऐ गुलशन...



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Raju Singh
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