Tum Ne Mehfil

तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी, ओ-ओ
तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए

काटनी थी तुम्हें ख़ुदगरज़ ज़िंदगी
काटनी थी तुम्हें ख़ुदगरज़ ज़िंदगी
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए
तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी, ओ-ओ

तुमने हर दोस्ती तोड़ने के लिए
कितने मजबूरियों के बहाने किए
तुमने हर दोस्ती तोड़ने के लिए
कितने मजबूरियों के बहाने किए

तुमने हम से नहीं, ख़ुद से की दुश्मनी
तुमने हम से नहीं, ख़ुद से की दुश्मनी
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए
तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी, ओ-ओ

हमने जब भी तुम्हारा तसव्वुर किया
दूर रह के भी नज़दीक पाया तुम्हें
हमने जब भी तुम्हारा तसव्वुर किया
दूर रह के भी नज़दीक पाया तुम्हें

क्या यही है मोहब्बत की पाकीज़गी?
क्या यही है मोहब्बत की पाकीज़गी?
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए
तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी, ओ-ओ

जब हमें जुगनुओं ही ने धोखा दिया
फिर चिराग़ों पे कैसे भरोसा करें?
जब हमें जुगनुओं ही ने धोखा दिया
फिर चिराग़ों पे कैसे भरोसा करें?

अब कहाँ से मिलेगी हमें रोशनी?
अब कहाँ से मिलेगी हमें रोशनी?
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए
तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी, ओ-ओ

कौन बेदर्द है, कौन हमदर्द है
क्या करेंगे ज़माने को पहचान कर?
कौन बेदर्द है, कौन हमदर्द है
क्या करेंगे ज़माने को पहचान कर?

ये तो अच्छा हुआ, दिल ने की ख़ुदकुशी
ये तो अच्छा हुआ, दिल ने की ख़ुदकुशी
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए

तुमने महफ़िल सजाई नई हर घड़ी
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए
तुम हमारे हुए ना किसी के हुए



Credits
Writer(s): Pandit K. Razdan, Jeetu Jeetu, Tapan Tapan
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