Aati Hai Raat Odhe Hue Dard Ka Kafan

आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न

आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न
ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न
ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न

आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न

किस-किस को मैं दिखाऊँ बता अपने दिल के ग़म?
हाँ, किस-किस को मैं दिखाऊँ बता अपने दिल के ग़म?
पहने हुए हैं सब ही यहाँ मौत का कफ़न
पहने हुए हैं सब ही यहाँ मौत का कफ़न

ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न

आए ना रास हमको तेरी दोस्ती के फूल
हो, आए ना रास हमको तेरी दोस्ती के फूल
काँटे चमन के बनने लगे फिर मेरा कफ़न
काँटे चमन के बनने लगे फिर मेरा कफ़न

ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न

ये ज़ुल्मों, ये सितम, ये दिलों की अदावतें
हो, ये ज़ुल्मों, ये सितम, ये दिलों की अदावतें
कहते हैं इनको लोग यहाँ "बोलता कफ़न"
कहते हैं इनको लोग यहाँ "बोलता कफ़न"

ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न
ज़ालिम, तेरी निगाह से जलता गया कफ़न
आती है रात ओढ़े हुए दर्द का कफ़न



Credits
Writer(s): Nikhil-vinay, Madan Pal, Anwar, Sadiq, Ishrat, Payam Saeedi
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