Aap Par Arz Hai

आप पर अर्ज़ है लाखों, करोड़ों, अरबों सलाम
आप ना होते तो ये दिल जाने किस को देता दुआ

आप की इनायतें, आप की हिदायतें
आप की ये बंदे-नावाज़ी, आप का वो शर्मीलापन

लहराते जाऊँ, मुस्काते जाऊँ
दिल को मैं अपने समझाते जाऊँ
आप पर अर्ज़ है लाखों, करोड़ों, अरबों सलाम

शाम-सवेरे ना आओ नज़र
कुदरत की ढूँढूँ मैं ऐसी डगर
किस को सुआऊँ मैं हाल-ए-जिगर
तड़पा हूँ मैं तो सारी उमर

चलता ही जाऊँ, रुक नहीं पाऊँ
दिल को मैं अपने बहलाते जाऊँ
आप पर अर्ज़ है लाखों, करोड़ों, अरबों सलाम
आप ना होते तो ये दिल जाने किस को देता दुआ



Credits
Writer(s): Lucky Ali, Syed Aslam Noor
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