Batti Lal Hari Na

बत्ती लाल-हरी, ना तो police खड़ी
उस पे रात अँधेरी

हे, बत्ती लाल-हरी, ना तो police खड़ी
उस पे रात अँधेरी
Motor वाले, टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से
हाए, टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से

बत्ती लाल-हरी, ना तो police खड़ी
उस पे रात अँधेरी
Motor वाले, टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से
टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से

जानी, चाहे आज तू मुझ को तोड़-मोड़ दे
जानी, चाहे आज तू मुझ को तोड़-मोड़ दे
शर्म-लाज कुछ तो कर, पीछा मेरा छोड़ दे
भीगी रात, भीगी लड़की मिलती है नसीब से
पीछे पड़ गई है क्यूँ तू किसी ग़रीब के?

तौबा तुझ को तो रब ही सँभाले
टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से
टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से

Taxi तेरी, मैं भी हूँ दिलरुबा
जैसे दिल कहे वैसे मुझे चला
आगे-पीछे, दाएँ-बाएँ, चाहे जितनी दूर ले के जा
यूँ है फिर तो आ मैं ले चलूँ तुझे
कोने में कहीं बत्ती जले-बुझे

तू भी बाँहों का meter गिरा ले
टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से
हाए, टकरा जाए तू जो हम से
मज़ा आ जाए रे क़सम से

हो, बत्ती लाल-हरी, ना तो police खड़ी
उस पे रात अँधेरी
ओ, मतवाली टकराई जो आज हम से
मज़ा ही आ गया क़सम से

टकराई जो आज हम से
मज़ा ही आ गया क़सम से
मज़ा ही आ गया क़सम से



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Anand Chitragupta Shrivastava, Milind Chitragupta Shrivastava
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