Dramebaazi Saari

ना किसी का ज़िकर, ना ज़माने की फ़िकर
बेपरवाह जिएँ, हों ग़मों से बेफ़िकर
मनमौजी से हैं हम, थोड़े-थोड़े बेशरम
जिएँ ज़िंदगी के पल यही सोचकर

आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी
आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी

है शरारती सा ये लम्हा, कह रहा है, सुन ज़रा
जो मज़ा बेहोशियों में, होश में वो है कहाँ
बेख़ुदी में संग मेरे झूम यारा रात-भर

आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी
आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी

संग तेरे जी रही हूँ ओढ़कर आवारगी
ख़ुद से भी आज़ाद हूँ मैं, मुझ पे तेरे हक़ सभी
आ चलें तन्हाइयों में बंदिशों को तोड़कर

आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी
आज है, अभी है, जो भी ये ज़िंदगी है
कल की भविष्यवाणी, ड्रामेबाज़ी सारी



Credits
Writer(s): Rahul Jain, Sanjeev Chaturvedi
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