Kaun Sa

সাধক ওগো, প্রেমিক ওগো
পাগল ওগো ধরায় আস
কোন আলোতে প্রাণের প্রদীপ
জ্বালিয়ে তুমি ধরায় আস

साधक बनके, प्रेमी बनके बावरें इस जग मैं आए हो
कौनसा वो दीप है जिसको संग लेके
तुम इस जग मैं आए हो?

ये संसार जो हैं...
ये संसार जो हैं
दुःख से दर्द से मन का यहाँ पर झन-झन तार तो हैं
दुःख से दर्द से मन का यहाँ पर झन-झन तार तो हैं
संकट के भी तले, संकट के भी तले
किस ममता का ऋण तेरे मुख पर ये मुस्कान पले

कौनसा वो दीप है जिसको संग लेके
तुम इस जग मैं आए हो? (जग मैं आए हो)

तुम्हें चिंता नहीं सताए
कौन तुम्हारा सुख साथी हैं ये ना समझ मैं आए?

तुम्हें चिंता नहीं सताए
कौन तुम्हारा सुख साथी हैं ये ना समझ मैं आए?

तुम्हें चिंता नहीं सताए
कौन तुम्हारा सुख साथी हैं ये ना समझ मैं आए?
मरना जीना क्या?, मरना जीना क्या?
बस एक तुम हो और सुख का हैं एक सागर गहरा
बस एक तुम हो और सुख का हैं एक सागर गहरा

(जग मैं आए हो)
साधक बनके, प्रेमी बनके बावरें इस जग मैं आए हो (जग मैं आए हो, जग मैं आए हो...)
(जग मैं आए हो, जग मैं आए हो)
कौनसा वो दीप है जिसको संग लेके
तुम इस जग मैं आए हो?

(जग मैं आए हो, जग मैं आए हो...)
साधक बनके, प्रेमी बनके बावरें इस जग मैं आए हो



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Soumik Datta
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