Bhool Jaana - Ii

भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना, उसे भुला देना
याद तक उसकी दफ़ना देना
याद तक उसकी भी दफ़ना देना

भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना...

इस पल का कोई गाँव नहीं
इस धूप की कोई छाँव नहीं
इस पल का कोई गाँव नहीं
इस धूप की कोई छाँव नहीं

यूँ ही चलते जाना है
मंज़िल का नाम-ओ-निशाँ भी नहीं
मंज़िल का नाम-ओ-निशाँ भी नहीं
मंज़िल का नाम-ओ-निशाँ भी नहीं

भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना, उसे भुला देना
याद तक उसकी भी दफ़ना देना
भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना...

दीवार पे सील ना रहने दो
पैरों तले काई जमने दो
दीवार पे सील ना रहने दो
पैरों तले काई जमने दो

मेहमाँ-ए-ग़म तो दिल में बसा
गलियों से अर्थी उठने दो
गलियों से अर्थी उठने दो
गलियों से अर्थी उठने दो

भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना, उसे भुला देना
याद तक उसकी भी दफ़ना देना
याद तक उसकी भी दफ़ना देना

भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना, उसे भुला देना
भूल जाना...



Credits
Writer(s): Makarand Deshpande
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