Idhar Zindagi Ka

मेरी मौत परियों के झुरमुट में होगी
जनाज़ा हसीनों के काँधे पे होगा, काँधे पे होगा

कफ़न मेरा होगा उन्हीं का दुपट्टा
बड़ी धूम से मेरी मय्यत उठेगी

इधर ज़िंदगी का जनाज़ा उठेगा
उधर ज़िंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
इधर ज़िंदगी का जनाज़ा उठेगा
उधर ज़िंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
क़यामत से पहले क़यामत है, यारों
तेरे सामने मेरी दुनिया लुटेगी

अभी उनके हँसने के दिन हैं, वो हँस लें
अभी मेरे रोने के दिन हैं, मैं रो लूँ
अभी उनके हँसने के दिन हैं, वो हँस लें
अभी मेरे रोने के दिन हैं, मैं रो लूँ

मगर एक दिन उनको रोना पड़ेगा
कि जिस दिन भी मेरी मय्यत उठेगी

इधर ज़िंदगी का जनाज़ा उठेगा
उधर ज़िंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
क़यामत से पहले क़यामत है, यारों
तेरे सामने मेरी दुनिया लुटेगी

अज़ल से मोहब्बत की दुश्मन है दुनिया
कहीं दो दिलों को ये मिलने ना देगी
अज़ल से मोहब्बत की दुश्मन है दुनिया
कहीं दो दिलों को ये मिलने ना देगी

इधर मेरे अरमाँ कफ़न ओढ़ लेंगे
उधर उनके माथे पे बिंदिया सजेगी

इधर ज़िंदगी का जनाज़ा उठेगा
उधर ज़िंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
क़यामत से पहले क़यामत है, यारों
तेरे सामने मेरी दुनिया लुटेगी



Credits
Writer(s): Manan Bhardwaj
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