Kuch Tum Beheko

तेरा ज़हर बहुत ख़ूबसूरत है, मेरे दोस्त
लाले, क्या बताऊँ, यार!
वो जिस ज़मीं पे पैर रखती है
वो ज़मीं महकने लगती है
और अगर वो अपने लंबे बालों को खुला छोड़ दे
तो ये क़ुदरत बहकने लगती है

कुछ तुम बहको, कुछ हम बहके
कुछ दिल धड़के, साँसें महके
बह जाएँ हम एक धारे में

क्या कहती हो इस बारे में?
क्या कहती हो इस बारे में?
क्या कहती हो इस बारे में?

दूरी का सितम ये दिल ना सहे
अब तन-मन में प्यार ऐसे रहे
जैसे गर्मी अंगारे में

क्या कहते हो इस बारे में?
क्या कहते हो इस बारे में?
क्या कहते हो इस बारे में?

कुछ तुम ने कहा, कुछ हम ने कहा
फिर होश में तो दिल रहा नहीं
जो कुछ भी कहा, तुम ने ही कहा
हम ने तो अभी कुछ कहा नहीं

तुम सब कुछ तो कह देती हो
एक हल्के से इशारे में

क्या कहती हो इस बारे में?
क्या कहते हो इस बारे में?
क्या कहती हो इस बारे में?

हम दोनों मिले, दो फूल खिले
और सारी फ़िज़ा रंगीन हुई
हम पास आए, बादल छाएँ
दुनिया जैसे कि हसीन हुई

इक रंग नया लाए हम-तुम
इस दुनिया के नज़ारे में

क्या कहते हो इस बारे में?
क्या कहती हो इस बारे में?
क्या कहते हो इस बारे में?

कुछ तुम बहको, कुछ हम बहके
कुछ दिल धड़के, साँसें महके
बह जाएँ हम एक धारे में

क्या कहते हो इस बारे में?
क्या कहते हो इस बारे में?



Credits
Writer(s): Anu Malik, Javed Akhtar
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