Chipa Yahi

फिर से वहीं, मै जा खड़ा
रुकसत हुए क्यों तुम भला?
दस्तूर है जो तू मिला
बातें वही चेहरा नया

तूने कहा, तू साथ है
उल्फतों की ये दास्तां
तेरी मेरी उं यादों में
मै हूं वही पर फसा

छिपा यहीं, तू संग मेरे
मेरी बातों से, वाकिफ है
तेरी यादों, में ही मेरी
खुशी की आहटें बसती
छिपा यहीं तू संग मेरे
ना चाहकर भी, मै संग तेरे
मेरे मन की दीवारों में
तू है छिपा यहीं कहीं

बनके तू मेरा जो वो फसाना
हसरतों में यों खो गया
मुक्तसर मेरी तू खुशी
बनके परवाने जल गयी

तूने कहा, तू साथ है
उल्फतों की ये दास्तां
तेरी मेरी उं यादों में
मै हूं वही पर फसा

छिपा यहीं, तू संग मेरे
मेरी बातों से, वाकिफ है
तेरी यादों, में ही मेरी
खुशी की आहटें बसती
छिपा यहीं तू संग मेरे
ना चाहकर भी, मै संग तेरे
मेरे मन की दीवारों में
तू है छिपा यहीं कहीं

तूने कहा, तू साथ है
उल्फतों की ये दास्तां
तेरी मेरी उं यादों में
मै हूं वही पर फसा

छिपा यहीं, तू संग मेरे
मेरी बातों से, वाकिफ है
तेरी यादों, में ही मेरी
खुशी की आहटें बसती
छिपा यहीं तू संग मेरे
ना चाहकर भी, मै संग तेरे
मेरे मन की दीवारों में
तू है छिपा यहीं कहीं



Credits
Writer(s): Rajat Srivastava
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link